Friday, January 17, 2014

सरकारी अस्पताल

यहु अस्पताल सरकारी है।
यहु अस्पताल ---------

हमहूँ टुटही टँगरी लइके
पहुँचेन जब यक दिन अस्पताल,
सब चले गए स्ट्राइक पै
परि गवा डॉक्टरन का अकाल ;
हैं भली-भाँति निर्वाहि रहे
डॉक्टर अपनी जिम्मेदारी,
यहु अस्पताल है सरकारी
यहु अस्पताल है -------

अगिले हफ्ता हम फिर पहुँचेन
तब मिले डॉक्टर शर्मा जी,
वै कहिन सीरियस है मसला
तुम आओ देखब घर मा जी;
अब समझ म आवा अस्पताल
सरकारी शिष्टाचारी है ।
यहु अस्पताल -------

घर पै वै भारी फीस लिहिन
रुपया नौ सौ चालीस लिहिन,
औ कहिन कि आओ अस्पताल
झट्टै भर्ती होइ जाव काल्ह;
अपरेसन होई अब तुम्हार
टाँगन मा फ्रैक्टर भारी है।
यहु अस्पताल --------

अगिले दिन भर्ती भयन जाय
यक बिस्तर खाली रहै हुआँ,
बगलहिन चाय के होटल से
छनि-छनि के आवत रहै धुआँ;
को कहै चिकित्सक से साहेब
यह तो यक नई बेमारी है।
यहु अस्पताल ----------

भर्ती कइके वै किहिन आय
हमसे अपरेसन कै चर्चा,
धीरे-धीरे समझाय दिहिन
हमका सगरौ खर्चा-बर्चा ;
वै ना जानिन हमरे मूड़े
पै केतनी जिम्मेदारी है।
यहु अस्पताल --------

वै कहिन दवा-दारू तुमका
लावै का परी बजारै से,
ज्यादा न लागे खर्च-बर्च
बस पंद्रह-बीस हजारै से;
अपरेसन तौ हम फिरी करब
पर आगे खुसी तुम्हारी है।
यहु अस्पताल ---------

यतना गंदा है अस्पताल
जइसे झुमरी कै हुवै ताल,
किरवा निकसत हैं खाने मा
है काई जमी पखाने मा;
यक टाँग तौ पहिलेन टूटि रही
अब दुसरेव की तैयारी है।
यहु अस्पताल -------

बिन पइसा के तौ हियाँ कोऊ
यक बूँद दवा पावत नाहीं,
अपरेसन का तरसैं मरीज
घंटन बिजुरी आवत नाही;
औ जंग लगे औजारन से
हियाँ शल्य चिकित्सा जारी है।
यहु अस्पताल सरकारी है ।
यहु अस्पताल --------

(यह कविता 1988 के आसपास लिखी गई थी। डॉक्टर की फीस इत्यादि आज के संदर्भ में संशोधित हैं)



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